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किसानो के लिए सोलर एनर्जी
ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से कई नय प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा ग्रीन एनर्जी के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। नई उद्योग नीति में भी सोलर एनर्जी से बिजली पैदा करने के लिए इकाइयों की स्थापना को प्राथमिकता की श्रेणी में रखा गया है। राज्य के रिमोट एरिया में रहने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति और ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने में सोलर एनर्जी बहुत मददगार साबित हो रही है।
प्रदेश के कई हिस्से ऐसे हैं जहां परंपरागत तरीके से बिजली की व्यवस्था नहीं की गई है, वैसे रिमोट एरिया में सोलर एनर्जी के माध्यम से किसानों को सिंचाई की सुविधा मुहैया कराने में सोलर पंप गेम चेंजर साबित हो रहा हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश के वन क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाओं, पेयजल व्यवस्था, गांवों और गांवों के विद्युतीकरण के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग तेजी से बढ़ा है।

पिछले तीन वर्षों में रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से 70 हजार 800 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि में सोलर पंप से सिंचाई सुविधा प्रदान की गई है, जबकि 2 लाख 81 हजार 798 से अधिक परिवारों को पेयजल की आपूर्ति की जा रही है और दूरस्थ पहुंच वाले गैर-विद्युतीकृत गांवों और सोलर एनर्जी की आपूर्ति की जा रही है। माजरे-टोला के 80 हजार 917 घरों में विद्युतीकरण किया जा चुका है।
CREDA द्वारा पिछले तीन वर्षों में राज्य में 59 हजार सोलर कृषि पंप स्थापित किए गए हैं । रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से सोलर पंप से लगभग 70,800 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई की जा चुकी है। इन्हें मिलाकर पिछले 5 वर्षों में प्रदेश में अब तक 3 और 5 HP के 96 हजार सोलर पंप लगाए जा चुके हैं, जिससे करीब एक लाख 15 हजार 200 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हो चुकी है।
छोटे और माध्यम किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए नदी या नहर जल स्रोत के निकट सोलर सिंचाई सामुदायिक परियोजना का निर्माण किया जा रहा है।
पिछले तीन वर्षों में रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से 31 सोलर सामुदायिक सिंचाई परियोजनाएँ स्थापित की गईं, जिनके माध्यम से 1250.49 हेक्टेयर भूमि में लगभग 977 किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिल रहा है। इन परियोजनाओं में 88 सौर सिंचाई पंप लगाए गए हैं। इनमें से राज्य में 222 सोलर सामुदायिक सिंचाई परियोजनाओं में अब तक 306 सौर सिंचाई पंप स्थापित किए जा चुके हैं, इसके माध्यम से 2166 किसानों की 2414 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा रही है।
स्थित खेतों की सिंचाई के लिए 88 बड़े सोलर पंप लगाए गए हैं। जिससे 1250.49 हेक्टेयर सामुदायिक कृषि क्षेत्र की सिंचाई की जा रही है। इसके अलावा सूराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के तहत 3083 गौठानों में सोलर पंप लगाकर पशुओं के लिए पेयजल एवं चारागाहों में सिंचाई की व्यवस्था की गयी है।
अब तक गौठानों में 2489 और चारागाहों में 594 सोलर पंप लगाए जा चुके हैं। रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से सोलर पेयजल योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में बचे हुए गांवों में 4187 सोलर ड्यूल पंप लगाकर 2 लाख से अधिक परिवारों को 24 घंटे शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।

इसके अलावा जल जीवन मिशन के तहत 2100 दोहरे पंप लगाकर रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में नल कनेक्शन का काम पूरा कर शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने की व्यवस्था की गई है। इस योजना के तहत 12 मीटर और 9 मीटर ऊंचाई पर 10 लीटर क्षमता की पानी की टंकियां लगाकर घरों में पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इस योजना के तहत 81,798 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं।
पिछले तीन वर्षों में रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से 1350 गांवों और कस्बों, चौक-चौराहों, हाट बाजारों में 1415 सोलर हाईमास्ट लाइटें लगाई गई हैं। इसी प्रकार दूर-दराज व अगम्य क्षेत्रों के गांवों के 80 हजार 917 घरों तथा माजरे टोलों में जहां बिजली की लाइन खींचकर विद्युत आपूर्ति नहीं की जा सकती है, वहां सोलर लाइट के माध्यम से रोशनी की व्यवस्था की गयी है।
इनमें से 941 गांवों के एक लाख 38 हजार से अधिक घरों का सोलर एनर्जी प्लांट के माध्यम से विद्युतीकरण किया जा चुका है। प्रदेश के रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम से 458 स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रकाश व्यवस्था के लिए 2.56 मेगावॉट ऑफ ग्रिड सोलर पावर प्लांट स्थापित किए गए हैं। अब तक प्रदेश के 1388 सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अस्पतालों में सोलर लाइट के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जा चुकी है, प्रकाश व्यवस्था के अनुरूप टीकों को सुरक्षित रखने के लिए जीवन रक्षक मशीन एवं फ्रीजर की आपूर्ति की जा चुकी है।
इस उपलब्धि के लिए CREDA को बिजली दी गयी है और साथ हीं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। छत्तीसगढ़ के रिमोट एरिया में किसानो के लिए सोलर एनर्जी के माध्यम में जहां किसानों को सोलर पंप से सिंचाई की सुविधा मिल रही है, वहीं ग्रामीणों को पेयजल की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन क्षेत्रों के किसान अब दोहरी फसल ले रहे हैं, जिससे उनकी आय में काफी वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार की अक्षय ऊर्जा एजेंसी द्वारा किसानों को रियायती दरों पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
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